इस आसन में आपको कुछ नहीं करना है।
आप एकदम सहज और शांत हो जाएँ तो मन और शरीर को आराम मिलेगा।
दबाव और थकान खत्म हो जाएगी।
साँस और नाड़ी की गति सामान्य हो जाएगी।
इसे करने के लिए पीठ के बल लेट जाइए।
पैरों को ढीला छोड़कर भुजाओं को शरीर से सटाकर बगल में रख लें।
शरीर को फर्श पर पूर्णतया स्थिर हो जाने दें।
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